naat sharif lyrics in hindi
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That has a user-friendly interface, Naat Sharif Ringtones lets consumers to toggle ongoing play by means of a Loop button, share any ringtone, and is optimized for pill use. Regardless of whether in search of spiritual melodies or Islamic-themed tones, this app presents a various choice to cater to varied Tastes.
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In certain Arab cultures, There exists an inclination in order to avoid elaborate celebrations and focus on spiritual facets. Countries like Indonesia and Malaysia may keep general public festivals, together with parades and cultural functions, to rejoice Eid Milad. Streets and buildings are frequently decorated with banners and Islamic calligraphy. Some Middle Jap nations spot a robust emphasis on religious gatherings, the place Students discuss the lifestyle and teachings with the Prophet. In Western countries with Muslim populations, the celebration of Eid Milad differs, influenced by neighborhood customs and also the diversity of Muslim communities.
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विशेष धार्मिक सभाओं या जलसों का आयोजन होता है, जहां प्रसिद्ध नातख्वान (नात पढ़ने वाले) अपने गायन से वातावरण को भक्तिमय बनाते हैं.
The roots of celebrating at the present time return to the early four Rashidun Caliphs of Islam. Generally, you will discover gatherings at dargahs/mosques to start their day which has a morning prayer, accompanied by evening-very long prayers. There are marches and parades and communal meals from the mosque.
This site delivers a set of audio mp3 naats, Kalam, nasheed, Islamic voices without music, Ramadan, and rabi ul awal naats on line using a download possibility. It can save you or download Shah-E-Madina MP3 audio by clicking the mouse ideal button and picking out "save as audio" to download.
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Sending Eid-e-Milad wishes through messages and e-playing cards is progressively starting to be preferred. General, it is a superb working day to invest time with relatives and to inform Youngsters inspiring tales and poems in regards to the life of Prophet Muhammad, peace and blessings be upon him.
Mashallah aap jese naat kha mene nhi suna ta .aapki voice me mere Nabi SAWW ki naat ho ya hamad ho ya manqabat ho sab mujhe ek alag Hello sukun pahuchati hai ..Allah apne Habib k sadke Zulfiqar Ali husaaini shab ko jannatul firdaus me aala se aala maqam ata kre.
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का'बे के बदरुद्दुजा ! तुम पे करोड़ों दुरूद
سعودی عرب میں قید ہزاروں پاکستانیوں کے پاسپورٹ بلاک کر دیئے گئے
नबी के शातिम पे जैसे तुझ को जलाल आया, कमाल आया !
फ़ासलों को ख़ुदा-रा ! मिटा दो जालियों पर निगाहें जमी हैं अपना जल्वा इसी में दिखा दो जालियों पर निगाहें जमी हैं फ़ासलों को ख़ुदा-रा ! मिटा दो रुख़ से पर्दा अब अपने हटा दो अपना जल्वा इसी में दिखा दो जालियों पर निगाहें जमी हैं फ़ासलों को ख़ुदा-रा ! मिटा दो जालियों पर निगाहें जमी हैं एक मुजरिम सियाह-कार हूँ मैं हर ख़ता का सज़ा-वार हूँ मैं मेरे चारों तरफ़ है अँधेरा रौशनी का तलबग़ार हूँ मैं इक दिया ही समझ कर जला दो जालियों पर निगाहें जमी हैं फ़ासलों को ख़ुदा-रा ! मिटा दो जालियों पर निगाहें जमी हैं वज्द में आएगा सारा 'आलम हम पुकारेंगे, या ग़ौस-ए-आ'ज़म वो निकल आएँगे जालियों से और क़दमों में गिर जाएँगे हम फिर कहेंगे कि बिगड़ी बना दो जालियों पर निगाहें जमी हैं फ़ासलों को ख़ुदा-रा !
तेरे हाथ में हाथ मैं ने दिया है तेरे हाथ है लाज, या ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! निकाला है पहले तो डूबे हुओं को और अब डूबतों को बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! भँवर में फँसा है सफ़ीना हमारा बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! बचा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन द
कलमे की बरकत से ही हर इक घर में उजाला है
नात शरीफ लिरिक्स हिंदी, नात शरीफ लिरिक्स हिंदी में, नात शरीफ लिरिक्स हिंदी में,
उमर के आने से कुफ्र पर जो ज़वाल आया, कमाल आया !
मैं निशार तेरे कलाम पर मिले यू तो किसको जुबां नहीं
पांवें तयबा दे कुतियाँ दे पेरां विच बिठा देणा
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इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ रंज-ओ-ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! असीरों के मुश्किल-कुशा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! फ़क़ीरों के हाजत-रवा, ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर ! गिरा है बलाओं में बंदा तुम्हारा मदद के लिए आओ, या ग़ौस-ए-आ'ज़म ! इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बंदे ग़म आज़ाद कुन दर दीन-ओ-दुनिया शाद कुन, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर !
ऐ ज़हरा के बाबा ! सुनें इल्तिजा मदीना बुला लीजिए कहीं मर न जाए तुम्हारा गदा मदीना बुला लीजिए सताती है मुझ को, रुलाती है मुझ को ये दुनिया बहुत आज़माती है मुझ को हूँ दुनिया की बातों से टूटा हुआ मदीना बुला लीजिए बड़ी बेकसी है, बड़ी बे-क़रारी न कट जाए, आक़ा ! यूँही 'उम्र सारी कहाँ ज़िंदगानी का कुछ है पता मदीना बुला लीजिए ये एहसास है मुझ को, मैं हूँ कमीना हुज़ूर ! आप चाहें तो आऊँ मदीना गुनाहों के दलदल में मैं हूँ फँसा मदीना बुला लीजिए मैं देखूँ वो रौज़ा, मैं देखूँ वो जाली बुला लीजे मुझ को भी, सरकार-ए-'आली !
वो कमाले हुस्ने हुज़ूर है के गुमाने नक्स जहां नहीं